गुरुवार, 21 मई 2015

योग, एकात्मता - अस्तित्व की एकता पर आधारित जीवन का एक तरीका है

Yoga
संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रधानमंत्री के सुझाव पर, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में   स्वीकार किया गया है। आम तौर पर लोगों के लिए योग का अर्थ आसन और प्राणायाम होता है, जो शरीर को फिट रखने के लिए किए जाते हैं। लेकिन योग मात्र कुछ व्यायाम या चिकित्सा नहीं है। यह एकात्मता - अस्तित्व की एकता पर आधारित जीवन का एक तरीका है। अस्तित्व परस्पर संबद्ध, परस्पर संबंधित और परस्परावलम्बित है, क्योंकि यह एक ही चैतन्य की अभिव्यक्ति है, जिसे ईश्वर, परमात्मन या शक्ति आदि रूप में विभिन्न प्रकार से कहा जाता है।