अव दूरदर्शन भी चल रहे लोकसभा चूनाओ को प्रभावित करने लग गये है। दूरदर्शन ने मोदी का पूरा साक्षात्कार नही प्रसारित करके उस साक्षात्कार की अंश विषेश को प्रसारित किया और उसि से ही चूनाओ लड़ रहे कांग्रेस और भाजपा मे धमासान चल रहा है।
मिडिया के खबर दूरदर्शन के जिस पत्रकार ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार किया था उसने ट्वीट किया है कि पूरा साक्षात्कार प्रसारित किया जाना चाहिए था। इस साक्षात्कार को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया है। पत्रकार आलोक श्रीवास्तव ने हालांकि कहा है कि वह अंतिम निर्णय लेने वाले व्यक्ति नहीं हैं।
30 अप्रैल को ट्विटर पर डाले गए एक पोस्ट में श्रीवास्तव ने कहा है ‘‘मूल साक्षात्कार 56 मिनट का था लेकिन मुझे केवल आधे घंटे का ही समय मिला। इसलिए हमने 34 मिनट का प्रसारण किया।’’ उन्होंने उसी दिन और ट्वीट डाले और कहा कि उन्हें लगता है कि पूरा साक्षात्कार प्रसारित किया जाना चाहिए था।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि साक्षात्कार का महत्वपूर्ण हिस्सा संपादित नहीं किया जाना चाहिए था। दूरदर्शन के लिए श्रीवास्तव ने मोदी का साक्षात्कार किया था। चैनल ने साक्षात्कार का वह हिस्सा नहीं दिखाया जिसमें भाजपा नेता ने प्रियंका गांधी और अहमद पटेल के बारे में बोला था। इसे लेकर विवाद पैदा हो गया है।
दूरदर्शन के ऐसे नारद गिरि से संस्था के निरपेक्षता और सुजबुझ पर सवाल खड़ी हो गयी है।
मिडिया के खबर दूरदर्शन के जिस पत्रकार ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का साक्षात्कार किया था उसने ट्वीट किया है कि पूरा साक्षात्कार प्रसारित किया जाना चाहिए था। इस साक्षात्कार को लेकर खासा विवाद खड़ा हो गया है। पत्रकार आलोक श्रीवास्तव ने हालांकि कहा है कि वह अंतिम निर्णय लेने वाले व्यक्ति नहीं हैं।
30 अप्रैल को ट्विटर पर डाले गए एक पोस्ट में श्रीवास्तव ने कहा है ‘‘मूल साक्षात्कार 56 मिनट का था लेकिन मुझे केवल आधे घंटे का ही समय मिला। इसलिए हमने 34 मिनट का प्रसारण किया।’’ उन्होंने उसी दिन और ट्वीट डाले और कहा कि उन्हें लगता है कि पूरा साक्षात्कार प्रसारित किया जाना चाहिए था।
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा कि साक्षात्कार का महत्वपूर्ण हिस्सा संपादित नहीं किया जाना चाहिए था। दूरदर्शन के लिए श्रीवास्तव ने मोदी का साक्षात्कार किया था। चैनल ने साक्षात्कार का वह हिस्सा नहीं दिखाया जिसमें भाजपा नेता ने प्रियंका गांधी और अहमद पटेल के बारे में बोला था। इसे लेकर विवाद पैदा हो गया है।
दूरदर्शन के ऐसे नारद गिरि से संस्था के निरपेक्षता और सुजबुझ पर सवाल खड़ी हो गयी है।
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